दोस्तों, आप सभी का हमारे एक और लेख के माध्यम से Yeshu Aane Wala Hai Blog में स्वागत है। आज के इस लेख के माध्यम से हम जानने वाले हैं, कि प्रभु यीशु मसीह का हमसे बात करने का तरीका क्या है। इसके लिए कुछ बातों का जानना बहुत जरूरी है। जैसे :- सपने और दर्शन के द्वारा, पवित्र बाइबिल के वचनों के द्वारा बात करना, बाइबिल के प्रचार के द्वारा बात करना। यह कुछ ऐसे तरीके है जिनके माध्यम से प्रभु येशु मसीह हमसे बात करते है। इन सभी बातों को जानने के लिए इस लेख को आप सभी पूरा जरूर पढ़ें, ताकि आप इन बातों को और अच्छे से समझ सके। धन्यवाद
परिचय
क्या आपने कभी ये सोचा हैं, कि प्रभु यीशु मसीह आपसे कैसे बात-चीत करते हैं? क्या आपने कभी यह महसूस किया है, कि कुछ विशेष घटनाएं आपके जीवन में गहरा अर्थ रखती है।
जैसे कि किसी अदृश्य शक्ति ने आपके जीवन में कदम रखा हो? क्या आपने कभी अपने जीवन में ऐसे संकेतों का अनुभव किया है? जो आपको यह एहसास दिलाते हों, कि प्रभु यीशु आपके साथ है। आज के इस लेख में, हम आपको ऐसे 3 अद्भुत संकेतों के बारे में बताने वाले हैं, जो बताते हैं, कि प्रभु यीशु आपसे बात करना चाह रहे हैं।
पहला संकेत है- सपने और दर्शन के द्वारा।
प्रभु यीशु हमें संदेश देने के लिए, सपनों और दर्शनों का, उपयोग करते हैं। बाइबिल में भी अनेक उदाहरण है, जब यीशु ने अपने अनुयायियों से सपनों में बात की।
उदाहरण के लिए यूसुफ के सपने में, जिसमें वह अपनी भूमिका और भविष्य के बारे में, जान जाता है। अगर आपके सपनों में आपको कोई विशेष संदेश दिखाई देते हैं, तो इसे अनदेखा न करें। इसे समझने का प्रयास करें, और उस सपने के लिए प्रार्थना भी करें, कि प्रभु आपको उसका सही अर्थ समझाएं। यह एक संकेत है, कि यीशु आपसे कुछ महत्वपूर्ण बात कहना चाह रहे हैं।
दूसरा संकेत है- पवित्र बाइबल के वचनों से बात करना।
अगर आप बाइबल पढ़ते समय, किसी विशेष वचन को बार-बार देखते हैं, या कोई विशेष वचन जो आपने पढ़ा था, आपको बार-बार याद आ रहा हो, या आपके दिल को छू जाती है, तो यह यीशु मसीह का, आपसे बात करने का तरीका हो सकता है।
ये बाइबल की आयतें, आपको एक संदेश देने का एक तरीका होती है। जो आपकी उस समय की स्थिति से, सीधे संबंधित हो सकती हैं, और आपको मार्गदर्शन दे सकती हैं।
उदाहरण के लिए, आप एक कठिन समय से गुजर रहे हैं, और आप कुछ ऐसे बाइबल के वचनों को पढ़ते हो, जो आपकी उस हालात से, बिलकुल सही मेल खाते हैं, और आपको कुछ संदेश देते हैं, तो यह प्रभु यीशु मसीह का एक संकेत होता है, आपसे बात-चीत करने का।
तीसरा संकेत है- दोहराए जाने वाले बाइबल संदेश या प्रचार।
अगर आप बाइबल के एक ही संदेश को, बार-बार विभिन्न स्रोतों से सुनते हैं। जैसे कि किसी प्रभु के दास के द्वारा उपदेश के माध्यम से या अन्य लोगों के माध्यम से या फिर कलीसिया में पास्टर के प्रचार के माध्यम से। इन विभिन्न स्रोतों से जब आप, एक ही बाइबल सन्देश या प्रचार को कई बार सुनते है, तो यह यीशु मसीह का संकेत होता है, कि वे आपको कुछ महत्वपूर्ण बात बताने की कोशिश कर रहे हैं, और आपसे अपने वचनों के द्वारा बात कर रहे है, जिसे आपको समझने की जरूरत है।
इन बातों के अलावा, आपके प्रार्थना या आराधना करते समय, आप एक अज्ञात आनंद का अनुभव करते हैं, तो यह भी यीशु मसीह की उपस्थिति का एक संकेत होता है। वे हमें अपनी उपस्थिति का आभास प्रार्थना और आराधना में कराते रहते हैं, और हमें यह एहसास दिलाते हैं, कि वह हमारी आराधना और प्रार्थना में शामिल है।
तो प्रियों यह थे, कुछ ऐसे अद्भुत संकेत जिसके द्वारा आप समझ सकते हैं, कि प्रभु यीशु मसीह आपसे बात करना चाह रहे हैं।
यह सभी संकेत हमें यह महसूस कराते हैं, कि हम कभी अकेले नहीं है, और हमारे जीवन में एक सच्चा परमेश्वर हमेशा हमारे साथ है, हमारा मार्गदर्शन करने के लिये, और हमारी देखभाल करने के लिये। जब आप इन संकेतों को पहचान लेते हैं, तो यह आपके विश्वास को और मजबूत बनाता जाता है, और आपका यीशु मसीह के साथ एक गहरा संबंध भी स्थापित करने में मदद करता है।
टिप्पणी
ध्यान रखें, कि प्रभु यीशु मसीह के संकेत हमेशा हमारे भले के लिए ही होते हैं,
वह हमें, प्रेम, शांति और सुरक्षा प्रदान करते हैं। चाहे हमारी परिस्थितियाँ कैसी भी क्यों न हो, उनके संकेत हमें यह याद दिलाते हैं, कि हम उनकी दृष्टि में कितने महत्वपूर्ण है, और वे हमें एक सही मार्ग पर चलने में मदद करते हैं।
दोस्तो, अगर आपको यह लेख पसंद आया हो, तो कृपया इस लेख को लाइक जरूर करें, और इस लेख को उन सभी मसीही भाई- बहनों के साथ शेयर जरूर करें, जिन्हें इसकी जरूरत हो सकती है। हमें आपके कमेंट का इंतजार रहेगा, इसलिए कमेंट्स में हमें आप जरूर बताएं, कि आपने प्रभु यीशु मसीह के कौन-कौन से संकेत अपने जीवन में महसूस किये हैं।
तो चलिए फिर मिलेंगे, एक नए और बाइबल से प्रेरणादायक लेख के साथ, तब तक के लिए आप सभी मसीही भाई- बहनों को जय मसीह की, प्रभु आप सभी को आशीष दे, आमीन